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दोस्तों आज दुनिया में फ्रॉड होने की घटना बढती ही चली जा रही है । आज दुनिया में ऑनलाइन फ्रॉड ऐसे बढ़ रहा है जैसे कोरोना वायरस । लेकिन दोस्तों इस फ्रॉड होने में फ्रॉड जिसके साथ हुआ वो भी जिम्मेदार है और फ्रॉड करने वाला भी उतना ही जिम्मेदार है । दोस्तों फ्रॉड के बारेमे में मेरी सोच को विस्तार से आपके सामने रखता हु ।
दोस्तों
पहली बात तो आपको ये समजनी है की ऑनलाइन फ्रॉड होने में फ्रॉड करनेवाला और जिसके
साथ फ्रॉड हुआ वे दोनों सामान जिम जिम्मेदार है । दोनों को लालच के कारन ही ऐसा
फ्रॉड होगा । अब हम बात को अच्छी तरह से समजते है । फ्रॉड करने वाले को पैसो का
लालच है और फ्रॉड जिसके साथ हुआ उसे कम दाम में मिले उसका लालच है । अब जब कोई भी
इन्सान ऑनलाइन मोबाइल लेने के बारेमे सोचता है तो उसे कोई ऐसा platform ढूँढना चाहिये
जिसपे भरोसा किया जाता हो जिसकी policy आपकी सुरक्षा के दायरे में हो । हम क्या करते है ऑनलाइन application को छोडके वो
किसी ऐसे platform पे जायेगा जिसमे दाम कम हो और वो वही लालच में डूबता चला जायेगा डूबता चला
जायेगा और कोई दूसरा उसकी यही लालच का फ़ायदा उठा लेगा ।
इसलिए
हमें हर बार कोई भी चीज़ लेने से पहले ऑनलाइन में ये जान लेना चाहिये की ये कितनी secure है और उसके पास
मार्किट से कम दाम में कैसे और क्यु बिक रहा है । यदि हम पूरी जानकारी लेने के बाद
हम आर्डर दे तो 90% हम secure है । लेकिन ये उसकी बात है जो ऑनलाइन secure application को छोडके किसी और जगह से खरीद रहे है । जैसे किसी दूर
दुकान से जिसको हम जानते भी नहीं यानिकी जिसके साथ whatsapp पे डील करते है वैसा ।
इसलिए
दोस्तों जरा सोच समाजके मंगवाए और लालच में आये बिना और कम और कम की लालच में नहीं
आना है मार्किट से 30% से 40% डिस्काउंट तक ताहेवार के बिना ठीक है और वे भी
ऑनलाइन secure application में । कोई दूसरा
whatsapp नंबर पे या social media में ऐसा किसी से
पास से सामान मंगवाना ही छोड़ दो ।
फ्रॉड होने के बाद आपको ये सोच आये की इनसे
अच्छा था की 1000 दुकान पे ज्यादा दे कर ले लेता या फिर secure application में से ले लेता
। तो अभी से सतर्क हो जाए जूठी लालच में ना आए ।
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